मैं मौजूद हूँ
यहाँ इस जगह |
जहां ख़ाली सा सब
यहाँ इस जगह |
जहां ख़ाली सा सब
भरा भरा लगता है.||
जहां सूखा सा सब
हरा हरा लगता है||
मैं हो के भी
न थी उस जगह|
जहां खुद साहस
डरा डरा लगता है||
जहां ज़िन्दा हर शख्स
मरा मरा लगता है ||
यह युग शापित है|
जहां ज़िन्दगी
है विडम्बना||